खांसी का इलाज -Cure cough-
बदलते मौसम में खांसी होना एक आम बात है पर इसका इलाज न करना एक बहुत बड़ी लापरवाही हो सकती है। कभी -कभी ये खांसी बहुत बड़ा संक्रमण का रूप भी ले लेती है और यदि खांसी काफी दिनों से आ रही है तो सचेत हो जाये ये एक गंभीर समस्या हो सकती है। क्यूंकि खांसी आपको बिस्तर पकड़ने पर मजबूर ही नहीं बल्कि मौत तक का सफर भी तय करा सकती है। खांसी से फेफड़ों का कैंसर भी हो जाता है। खैर कोई बात नहीं आज हम बताने जा रहे है खांसी का इलाज घर में कैसे संभव है वो भी आपके रसोई में रखे खाद्य पदार्थो से-
इससे पहले हम जानते है खांसी के कारण और प्रकार
नुस्खा तैयार करने की विधि - मुलेठी की जड़ के के छोटे - छोटे टुकड़े करके एक गिलास पानी में डालकर उबाले और तब तक उबालते रहे जब तक मुलेठी अपना रंग पानी में छोड़ दे फिर इसे छन्नी से छान ले इस पानी को ठंडा करके इसमें २ चम्मच शहद मिलाकर इसका सेवन करे।
उपयोग करने का तरीका -दिन में इसे 4 से 5 बार सेवन करे आधा कप पीये, नुस्खे को पीने के 20 मिनट तक कुछ भी न खाये-पिये। मुलेठी की जड़ को आप छोटा टुकड़ा करके चबा के चूस भी सकते है। खांसी के इलाज में मुलेठी भी जल्द असर करती है क्यूंकि ये श्वसनतंत्र में आई सूजन को तुरंत कम करता है।
गिलोय मुख्यता घरो या बगीचों में देखने को मिल जाता है।यदि किसी व्यक्ति को खांसी की समस्या जायदातर रहती है तो इसे तब तक इस्तेमाल करें जब तक खांसी ठीक न हो जाये।
प्रयोग करने का तरीका - गिलोय की लकड़ी का जूस 2 चम्मच निकालना है और बराबर मात्रा में सहद मिलाकर पिये धयान रहे पत्तो का रस नहीं उपयोग करना है।
इससे पहले हम जानते है खांसी के कारण और प्रकार
खाँसी आने के कारण Causes of cough
खांसी आने के कई कारण हो सकते हैं जैसे जुखाम का संक्रमण-जुखाम के संक्रमण होने से खांसी उखड़ जाती है, प्रदूषित वायु- प्रदूषित वायु से फेफड़ों में धूल जम जाती है जिस कारण भी खासी आने लगती है और वह दूर कब के माध्यम से निकल जाती है,श्वास नली में सूजन-श्वास नली में सूजन आ जाने के कारण ऑक्सीजन का स्थानांतरण सही से नहीं हो पाता है और खांसीआने लगते हैं , धूम्रपान करने से फेफड़ों में ट्यूमर की समस्या हो सकती है जिससे खासी आने लगती है ,अस्थमा,क्षयरोग या टीबी ,एलर्जी के कारण ,बहुत सारे और भी कारण सकते हैं।
खाँसी के प्रकार Types of cough-
(1) सूखी खांसी -सूखी खांसी आने पर गले में जलन व खराश होती है और महसूस होता है की गले में कुछ फसा हुआ है खांसी के साथ थोड़ा कच्चा थूक भी आता है।
(2) बलगम खांसी -इस प्रकार की खांसी में खांसने के साथ बलगम आता है और सांस लेने में भी तकलीफ होती है क्यूंकि बलगम फेफड़ो में जमा हो जाता है और तकलीफ पैदा कर देता है।
(3) कुकुर खांसी -कुकुर खांसी प्रायः 9 साल तक के बच्चों को होती है ये खांसी संक्रमण के कारण होती है जो नाक और गले को प्रभावित करती है कभी कभी उलटी भी हो जाती है।
(4) एलर्जी वाली खांसी - इस प्रकार की खांसी धूल की वजह से होती है जो जल्द ही ठीक हो जाती है। दमा में आने वाली खांसी भी इसी श्रेणी की खांसी में आती है।
(5) क्षयरोग या टीबी वाली खांसी -ये मुख्यतः टीबी के मरीजों को ही आती है खांसी के साथ साथ खून भी आता है।
(2) बलगम खांसी -इस प्रकार की खांसी में खांसने के साथ बलगम आता है और सांस लेने में भी तकलीफ होती है क्यूंकि बलगम फेफड़ो में जमा हो जाता है और तकलीफ पैदा कर देता है।
(3) कुकुर खांसी -कुकुर खांसी प्रायः 9 साल तक के बच्चों को होती है ये खांसी संक्रमण के कारण होती है जो नाक और गले को प्रभावित करती है कभी कभी उलटी भी हो जाती है।
(4) एलर्जी वाली खांसी - इस प्रकार की खांसी धूल की वजह से होती है जो जल्द ही ठीक हो जाती है। दमा में आने वाली खांसी भी इसी श्रेणी की खांसी में आती है।
(5) क्षयरोग या टीबी वाली खांसी -ये मुख्यतः टीबी के मरीजों को ही आती है खांसी के साथ साथ खून भी आता है।
खाँसी के लक्षण Symptoms of cough
खांसी आने के कई लक्षण है जिनमे मुख्यता इस प्रकार है
(1) गले में जलन रहना
(2) सांस लेने में परेशानी
(3) सिर में दर्द रहना
(4) गले में खराश रहना
(5)आँखों में जलन होना
(6) ठण्ड लगना और बुखार आना
(7) उलटी जैसा लगना
(1) गले में जलन रहना
(2) सांस लेने में परेशानी
(3) सिर में दर्द रहना
(4) गले में खराश रहना
(5)आँखों में जलन होना
(6) ठण्ड लगना और बुखार आना
(7) उलटी जैसा लगना
खांसी ठीक करने के देसी उपाय Desi remedies to cure cough
(1) हल्दी से ठीक करें खांसी Cure cough with turmeric
नुस्खा तैयार करने की विधि -एक गिलास दूध गाय या भेस का उसमे एक छोटा चम्मच हल्दी पावडर मिला ले और इसे पिए। स्वाद यदि अच्छा न लगे तो इसमें एक चम्मच सहद भी मिला सकते है इसे यदि सोते वक्त पिया जाये तो और असरकारक है , हल्दी युक्त दूध पीने से थकान दूर हो जाती और नींद भी अच्छी आती है। हल्दी में एंटीबायोटिक और एंटीसेप्टिक दोनों गुण होते है। जो किसी भी प्रकार की खांसी रहत पहुंचने का काम करता है। इसे आप रोजाना इस्तेमाल कर सकते है जब तक खांसी ठीक न हो जाये। नोट- गर्भवती महिलाये इसे इस्तमाल करने से पहले किसी डॉक्टर या बैध से जरूर सलाह ले।
(2) शहद और नींबू Honey and lemon
नुस्खा तैयार करने की विधि -2 कप गुनगुने पानी में 2 चम्मच शहद को अच्छे से मिला ले। मिलाने पश्चात 1 चम्मच ताजे नीबू का रस मिला ले और तैयार हो गए खांसी की दवाई इस नुस्खे से खांसी में तुरंत राहत मिलती है। नींबू में उपस्थित विटामिन सी संक्रमण को रोकता है। शहद खांसी के रोकता है इस नुस्खे की 5-6 बार उपयोग करने से खांसी चली जाती है। इसका सेवन किसी भी समय कर सकते है। नोट- इस नुस्खे को 5 साल से कम उम्र के बच्चो को न दे।
(3) शहद और दालचीनी Honey and cinnamon
नुस्खा तैयार करने की विधि -1 कप शहद को गर्म करे शहद गर्म करने पर पतला हो जायेगा फिर इसमें में आधा चम्मच दालचीनी पाउडर को डालकर अच्छे से मिळाले , ठंडा होने तक इन्तजार करे अब इस तैयार दवा को इस्तमाल करे।
उपयोग करने का तरीका - दिन में 3 से 4 बार एक -एक चम्मच ले। इस नुस्खे से किसी भी प्रकार की खांसी में जल्द ही आराम मिलता है। दालचीनी में सोडियम ,पोटेशियम और कैल्शियम मौजूद होता है जो औषध का काम करती है ।
(4) मुलेठी से खांसी में राहत Cough relief from liquorice
नुस्खा तैयार करने की विधि - मुलेठी की जड़ के के छोटे - छोटे टुकड़े करके एक गिलास पानी में डालकर उबाले और तब तक उबालते रहे जब तक मुलेठी अपना रंग पानी में छोड़ दे फिर इसे छन्नी से छान ले इस पानी को ठंडा करके इसमें २ चम्मच शहद मिलाकर इसका सेवन करे।
उपयोग करने का तरीका -दिन में इसे 4 से 5 बार सेवन करे आधा कप पीये, नुस्खे को पीने के 20 मिनट तक कुछ भी न खाये-पिये। मुलेठी की जड़ को आप छोटा टुकड़ा करके चबा के चूस भी सकते है। खांसी के इलाज में मुलेठी भी जल्द असर करती है क्यूंकि ये श्वसनतंत्र में आई सूजन को तुरंत कम करता है।
(5) गिलोय ठीक करे खांसी Giloy cures cough
गिलोय मुख्यता घरो या बगीचों में देखने को मिल जाता है।यदि किसी व्यक्ति को खांसी की समस्या जायदातर रहती है तो इसे तब तक इस्तेमाल करें जब तक खांसी ठीक न हो जाये।
प्रयोग करने का तरीका - गिलोय की लकड़ी का जूस 2 चम्मच निकालना है और बराबर मात्रा में सहद मिलाकर पिये धयान रहे पत्तो का रस नहीं उपयोग करना है।
खांसी आने पर करें परहेज -
(1) गर्म और ठंडी तासीर वाली चीजों को एक न खाये
(2) धूल और धुए से बचाव करे
(3) रात में फलो और जूस का प्रयोग कम करे
(4) आइस क्रीम व कोल्ड्रिंक से बचे
(5) धूम्रपान का प्रयोग काम से काम करे
(2) धूल और धुए से बचाव करे
(3) रात में फलो और जूस का प्रयोग कम करे
(4) आइस क्रीम व कोल्ड्रिंक से बचे
(5) धूम्रपान का प्रयोग काम से काम करे
Nice post for knowledge
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